Achinta Sheuli Kaun Hai? (Achinta Sheuli Commonwealth Game 2022), Biography, Wiki, Age, Father, Education, Birthplace, Caste, Family In Hindi
पश्चिम बंगाल के वेटलिफ्टर अचिंता शेउली ने Commonwealth Game 2022 बर्मिंघम में कमाल कर दिया। उन्होंने 73 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का यह तीसरा स्वर्ण पदक है। अब तक देश को छह पदक मिले और सभी वेटलिफ्टिंग में ही आए हैं। 313 किग्रा भार उठाकर पहला स्थान हासिल करने वाले अचिंता शेउली के लिए वेटलिफ्टिंग में करियर बनाना आसान नहीं था। चलिए हम आपको इस लेख के माध्यम से अचिंता शेउली जीवन परिचय के बारे मे बताते है ।
Achinta Sheuli Biography in Hindi | अचिंता शेउली जीवन परिचय
पूरा नाम (Full Name) | अचिंता शेउली |
जन्म तिथि (Birthdate) | 24 नवंबर 2001 |
उम्र (Age) | 21 वर्ष |
जाति (Caste) | ज्ञात नहीं |
जन्मस्थान (Birth Place) | डेलूपुर, वेस्ट बंगाल भारत |
हाइट (Height) | 5 फीट 6 इंच |
शिक्षा (Education) | डेलूपुर, वेस्ट बंगाल से हुआ है। |
पेशा (Profession) | खेल |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
धर्म (Religion) | हिंदू |
पिता का नाम | ज्ञात नहीं |
माता का नाम | पूर्णिमा शेऊली |
आंखों का रंग | काला |
अचिंता शेउली का जन्म व प्रारम्भिक जीवन
अचिंता शेउली का जन्म 24 नवंबर 2001 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुआ। उनके पिता जगत परिवार को पालने के लिए रिक्शा चलाते थे। रिक्शा चलाने के अलावा वह मजदूरी भी करते थे। 2011 में पहली बार अचिंता ने वेटलिफ्टिंग के बारे में जाना। तब उनकी उम्र 10 साल ही थी।
अचिंता के बड़े भाई स्थानीय जिम में ट्रेनिंग करते थे। उन्होंने ही भाई को वेटलिफ्टिंग के बारे में बताया। अचिंता के लिए पेशेवर प्रशिक्षण लेना आसान नहीं था। 2013 में स्थिति और खराब हो गई, जब उनके पिता की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद भाई आलोक ही परिवार में एकमात्र कमाने वाले बचे थे।
अचिंता की मां पूर्णिमा ने भी परिवार का पेट पालने के लिए छोटे-मोटे काम किए। यह वह समय था जब उन्होंने 2012 में एक डिस्ट्रिक्ट मीट में रजत पदक जीतकर स्थानीय स्पर्धाओं में भाग लेना शुरू कर दिया था।
अचिंता शेउली का करियर
अचिंता को आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट के ट्रायल में चुना गया, जहां उन्होंने 2015 में दाखिला लिया। उनकी क्षमताओं ने उन्हें उसी साल भारतीय राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने में मदद की। उन्होंने 2016 और 2017 में आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में अपना प्रशिक्षण जारी रखा। 2018 में वह राष्ट्रीय शिविर में आ गए।
2018 उनके लिए एक यादगार वर्ष साबित हुआ। उन्होंने जूनियर और सीनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। 2019 में एसएएफ खेलों में एक और स्वर्ण पदक आया। अचिंता ने 18 साल की उम्र में सीनियर नेशनल में 2019 में स्वर्ण हासिल किया था।
कोरोना महामारी के बाद इस युवा खिलाड़ी ने 2021 में कॉमनवेल्थ सीनियर चैंपियनशिप में पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने उसी वर्ष जूनियर विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। अब 2022 में वह राष्ट्रमंडल खेलों में चैंपियन बन गए हैं।
31 जुलाई 2022 का दिन बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए बहुत यादगार रहा क्योंकि इसी दिन भारत को वेटलिफ्टिंग में दो स्वर्ण पदक मिले जिसमें से पहला स्वर्ण पदक जेरेमी लालरिन्नूंगा को और दूसरा अचिंता शेउली को मिला।
जेरेमी लालरिन्नूंगा ने 67 किलोग्राम भार वर्ग में 300 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग के साथ बर्मिंघम में भारत की ओर से दूसरा गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
अचिंता शेउली पुरुष वेटलिफ्टिंग में 73 किलोग्राम भार कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस दौरान अचिंता ने क्लीन एंड जर्क राउंड में अपने पहले प्रयास में 166 किलोग्राम की स्नेचिंग की और उनका दूसरा प्रयास 170 किलोग्राम स्नेचिंग करने में सफल रहा।
जबकि फाइनल राउंड में चिंता ने अपने पहले प्रयास में 137 किलोग्राम भार स्नैचिंग की तो वही दूसरे प्रयास में 140 किलोग्राम का भार वहन किया। और अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने 143 किलो ग्राम की भारी स्नैचिंग करके एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।
अचिंता शेउली के रिकार्ड एवं उपलब्धियां
- अचिंता शेउली ने साल 2011-12 में अपने वेटलिफ्टिंग करियर की शुरुआत की। अचिंता अपने भाई आलोक शेउली को अपना आदर्श मानते हैं। दरअसल उनके भाई आलोक ने ही उन्हें वेटलिफ्टिंग के लिए प्रेरित किया था और उनके भाई ने ही उन्हें वेटलिफ्टिंग का प्रारंभिक पर प्रशिक्षण भी दिया था।
- साल 2015 में अचिंता ने आर्मी स्पोर्ट इंस्टिट्यूट ज्वाइन कर लिया और वहां अपना प्रशिक्षण लेने लगे।
- साल 2015 में ही चिंता ने कामनवेल्थ यूथ चैंपियनशिप में 56 किलोग्राम भार कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था।
- साल 2018 मे यह इंडियन नेशनल कैंप में शामिल हो गए।
- साल 2018 में अचिंता ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।
- साल 2018 में ही इन्होंने एशियाई युथ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था।
- अचिंता शेउली कामनवेल्थ चैंपियनशिप गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं।
- साल 2019 में उन्होंने पहली बार सीनियर एंड जूनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।
- साल 2021 में इन्होंने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।
- इसके बाद एक बार फिर साल 2021 में यह सीनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडलिस्ट रहे।
- कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2021 के दौरान इन्होंने 316 किलोग्राम संयुक्त स्नैचिंग के साथ गोल्ड मेडल जीता था।
- बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इन्होंने 31 जुलाई को इन्होंने कामनवेल्थ गेम्स में अपना पहला पदक जीता और इसके साथ ही यह 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए तीसरा पदक है।