Saral Vashtu Shashtra Chandrashekhar Guruji Biography In Hindi, News, Death, Murder, Cast, House, Age, Birthday, Family, Cars, Child, Education, Marriage, Net Worth, wiki
देश के मशहूर सरल वास्तु शास्त्री चंद्रशेखर गुरुजी की कर्नाटक के हुबली में एक होटल में मंगलवार को छुरा घोंपकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि हत्या का आरोपी चंद्रशेखर गुरुजी का ही पूर्व कर्मचारी है. सीसीटीवी कैमरे के 27 सेकंड की फुटेज में दिख रहा है कि होटल के ‘रिसेप्शन’ एरिया में 2 लोग गुरुजी को लगातार कई बार छुरा घोंप रहे हैं. उन्होंने चंद्रशेखर गुरुजी पर करीब 60 दफा वार किया.
आज के इस लेख में हम आपको चंद्रशेखर गुरुजी का जीवन परिचय के बारे में पूरी जानकरी देने वाले है.
Chandrashekhar Guruji Biography In Hindi | चंद्रशेखर गुरुजी का जीवन परिचय
नाम (Name) | चंद्रशेखर गुरुजी (Chandrashekhar Guruji) |
पूरा नाम (Full Name) | चंद्रशेखर अगड़ी |
जन्म स्थान (Birth Place) | बेलगावी, कर्नाटक |
होम टाउन (Home Town) | कर्नाटक |
उम्र (Age) | ज्ञात नहीं |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
पेशा (Profession) | वास्तु शास्त्री |
शिक्षा (Educational Qualification) | सिविल इंजीनियरिंग, बागलकोट |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
राशि (Zodiac Sign) | कुंभ |
भाषा (Languages) | हिंदी, इंग्लिश, |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
कौन थे चंद्रशेखर गुरुजी (Chandrashekhar Guruji Kaun The?)
चंद्रशेखर गुरुजी बेलगावी, कर्नाटक के रहने वाले थे वो एक जाने माने सरल वास्तु शास्त्री थे. चंद्रशेखर गुरुजी एक सलाहकार के रूप में वास्तु से जुड़े काम देखते थे. उन्होंने भारतीय वास्तुकला के आधार पर एक वास्तु कला का निर्माण किया.
चंद्रशेखर गुरुजी का जन्म और शिक्षा (Chandrashekhar Guruji Birth And Education)
चंद्रशेखर गुरुजी जो की एक सरल वास्तु शास्त्री थे इनका असली नाम चंद्रशेखर अगड़ी था वह मूल रूप से बेलगावी, कर्नाटक के रहने वाले थे. उनका बचपन से सपना था की ये सेना में जाकर अपने देश की रक्षा करने का था. उन्होंने सेना में जाने की पूरी तैयारी भी की लेकिन जरुरी मापदंडो की वजह से उनका सेना में चयन नही हुआ. जिसके बाद से ये निराश होकर इन्होने बागलकोट के प्राइवेट कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की और उसके बाद मुंबई चले गए. वहा ठेकदारी का काम करते करते उन्हें लगा कि लोग वास्तु के हिसाब से घर नही बनवा रहे है तो उन्होंने वास्तु शास्त्र की पढाई करने के लिए सिंगापूर चले गए. और वहा से वास्तु शास्त्र में डिग्री हासिल की.
चंद्रशेखर गुरुजी का परिवार (Chandrashekhar Guruji Family)
चंद्रशेखर गुरुजी के परिवार में उनके पिता विरुपक्षप्पा और माता नीलाम्मा है. उनका एक भाई भी है. चंद्रशेखर ने दो बार शादी की. पहली पत्नी से एक बेटी है जिसे उन्होंने तलाक दिया. उसके बाद चंद्रशेखर ने दूसरी शादी की उनसे भी बच्चे है.
चंद्रशेखर गुरुजी का करियर (Chandrashekhar Guruji Career)
- चंद्रशेखर गुरुजी ने अपने करियर की शुरुआत मुंबई में रहकर ठेकेदार के रूप में की. वहा उन्होंने कई साल कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम किया. कुछ साल बाद उन्होंने खुद की कंस्ट्रक्शन कंपनी खोली. शुरुआत के दिनों में तो उनके पास काफी काम आया फिर धीरे धीरे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गयी.
- बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनाते बनाते उनका झुकाव वास्तु शास्त्र की और बढ़ गया. घर बनाने के दौरान उन्होंने ये देखा कि कुछ लोग घर को गलत ढंग से बनाते है. और वास्तु शास्त्र की पढाई के लिए सिंगापूर चले गए.
- सिंगापूर से लौटने के बाद उन्होंने कंस्ट्रक्शन का काम देखना कम कर दिया और पूरी तरह वास्तु से जुड़े काम देखने लगे.
- उन्होंने प्राचीन भारतीय वास्तुकला की तर्ज पर एक सिंपल वास्तुकला का निर्माण किया. और उन्हें एक वास्तु शास्त्र के सलाहकार के रूप में मान्यता प्राप्त हो गई. वह आमजन की समस्या का समाधान साधारण तरीके से करते थे.
- जैसे जैसे दिन बीतते गए उनकी डिमांड बाज़ार में बढती गई. चंद्रशेखर ने कई बड़े शहर में ऑफिस खोले, जिनमे बेंगलुरु और कर्नाटक शामिल थे.
- उनका मुंबई में एक ऑफिस है जहा पर कॉल सेंटर के रूप में स्टाफ वास्तु शास्त्र के बारे में लोगो को एडवाइस देता है.
- चंद्रशेखर गुरुजी ने पॉपुलैरिटी को देखते हुए अपना एक सरल वास्तु के नाम से चैनल की शुरुआत की.
- कई सैकड़ो लोगो ने चंद्रशेखर गुरुजी की परामर्श के बाद वास्तु में परिवर्तन करके काफी समृद्ध हुए. और धीरे धीरे गुरु जी प्राइवेट चैनल पर जाकर लोगो को सलाह देने लगे.
चंद्रशेखर गुरुजी की मृत्यु (Chandrashekhar Guruji Death)
सरल वास्तु से मशहूर हुए चंद्रशेखर गुरुजी की कर्नाटक के हुबली में एक होटल में मंगलवार को छुरा घोंपकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में दिख रहा है कि होटल के ‘रिसेप्शन’ क्षेत्र में दो लोग गुरुजी को लगातार कई बार छुरा घोंप रहे हैं. उनकी मौत (05 जुलाई 2022) हो गई. यह पूरा हादसा सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया. पुलिस ने उन दोनों हमलवारों को पकड़ लिया है।