Draupadi Murmu Biography in Hindi | द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय

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आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाली द्रौपदी मुर्मू को भारतीय जनता पार्टी के द्वारा भारत के अगले राष्ट्रपति के पद के उम्मीदवार रखा गया है।

देश के सर्वोच्च पद यानी राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई से मतदान शुरू हो गया है, जिसका परिणाम की घोषणा 21 जुलाई को की जाएगी। अगर भाजपा की महिला उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीत जाती हैं तो वह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी। बता दें कि इसके पहले प्रतिभा पाटिल को भारत की पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव प्राप्त हुआ था। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय के बारे मे जानकारी देने वाले है।

Draupadi Murmu Biography in Hindi | द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय

पूरा नाम (Full Name) द्रौपदी मुर्मू
पिता का नाम (Father’s Name) बिरांची नारायण टुडू
पेशा (Profession) राजनीतिज्ञ
पार्टी (Party) भारतीय जनता पार्टी
पति (Husband) श्याम चरण मुर्मू
जन्म तिथि (Birth Date) 20 जून 1958
आयु (Age) 64 वर्ष
जन्म स्थान (Birth Place) मयूरभंजउड़ीसाभारत
वजन (Weight) 74 किलो
लंबाई (Height) फिट 4 इंच
जाति (Caste) अनुसूचित जनजाति
धर्म (Religion) हिंदू
बेटी (Daughter) इतिश्री मुर्मू
कुल संपत्ति (Net Worth) 10 लाख
भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी:    1997

द्रौपदी मुर्मू का प्रारंभिक जीवन (Draupadi Murmu Early Life)

द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1957 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ। द्रौपदी मुर्मू के पिता का नाम बिरंचि नारायण टुडु है। द्रौपदी मुर्मू के दादा और पिता उनके गांव के प्रधान रहे है।

द्रोपदी मुर्मू की शिक्षा (Draupadi Murmu Education)

जब इन्हें थोड़ी समझ प्राप्त हुई, तभी इनके माता-पिता के द्वारा इनका एडमिशन इनके इलाके के ही एक विद्यालय में करवा दिया गया, जहां पर इन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा किया। इसके पश्चात ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के लिए यह भुवनेश्वर शहर चली गई। भुवनेश्वर शहर में जाने के पश्चात इन्होंने रामा देवी महिला कॉलेज में एडमिशन प्राप्त किया और रामा देवी महिला कॉलेज से ही इन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई कंप्लीट की।

ग्रेजुएशन की एजुकेशन पूरी करने के पश्चात ओडिशा गवर्नमेंट में बिजली डिपार्टमेंट में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर इन्हें नौकरी प्राप्त हुई। इन्होंने यह नौकरी साल 1979 से लेकर के साल 1983 तक पूरी की। इसके बाद इन्होंने साल 1994 में रायरंगपुर में मौजूद अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में टीचर के तौर पर काम करना चालू किया और यह काम इन्होने 1997 तक किया।

द्रौपदी मुर्मू का परिवार (Draupadi Murmu Family)

एक पिछड़े क्षेत्र में और एक आदिवासी परिवार में पैदा होने के बावजूद, उनके परिवार के सदस्य शिक्षित थे और गाँव में उनका अच्छा स्थान था। उसके पिता और दादा ग्राम प्रधान थे और गाँव में उनका अच्छा स्थान है। उनका विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था, उनके 2 बेटे और 1 बेटी हैं। लेकिन उसके दोनों बेटे की जीवन में बाद में मृत्यु हो गई

इनके पिताजी का नाम बिरांची नारायण टुडू है और द्रौपदी मुरमू संताल आदिवासी फैमिली से संबंध रखती हैं। झारखंड राज्य के बनने के पश्चात 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाली द्रोपदी मुर्मू पहली महिला राज्यपाल है। इनके पति का नाम श्याम चरण मुर्मू है।

द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक करियर

सबसे कम विकसित क्षेत्रों में रहते हुए द्रौपदी महिला कॉलेज से स्नातक करने में सक्षम थी और बाद में उन्होंने 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद के रूप में चुनकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। उन्होंने भाजपा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। पार्टी में अच्छा काम करके वह आखिरकार झारखंड की राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी बनने में सफल रहीं। उन्होंने वाणिज्य और परिवहन और मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास के लिए स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया। इसके अलावा वह 2000 से 2004 तक 4 साल तक विधायक भी रहीं।

द्रोपदी मुर्मू को मिले पुरस्कार (Draupadi Murmu Awards)

द्रौपदी मुरमू को नीलकंठ पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए साल 2007 में प्राप्त हुआ था। यह पुरस्कार इन्हें ओडिशा विधानसभा के द्वारा किया गया था।

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