Gururaja Poojari Biography in Hindi | गुरुराजा पुजारी का जीवन परिचय

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गुरुराजा पुजारी जो पी॰ गुरुराजा के नाम से भी जाने जाते हैं, एक भारतीय भारोत्तोलक हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हो रहे 2018 राष्ट्रमण्डल खेलों में पुरुषों के 56 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता। अब गुरुराजा पुजारी ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 30 जुलाई 2022 को हुए मुकाबले में मेंस 61 किलोग्राम कैटेगरी में कुल 269 किलो का वजन उठाकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

ट्रक ड्राइवर के बेटे गुरुराजा पुजारी का नाम आपने शायद ही कभी सुना होगा जिसने भारत को 2018 में हुए गोल्ड कोस्ट के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का पहला मेडल दिलाया था। और अब हाल हीं में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में ये भारत के लिए दूसरा मेडल हासिल कर लिए है गुरुराजा पूजारी ने ब्रान्ज़ मेडल अपने नाम कर लिए है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताने जा रहे है। अतः इस लेख को अंतिम तक पूरा अवश्य पढ़ें।

Gururaja Poojari Biography in Hindi | गुरुराजा पुजारी का जीवन परिचय

नाम गुरुराजा पुजारी
पिता का नाम महाबाला पुजारी
जन्म 15 अगस्त 1992
उम्र 29 साल
जन्म स्थान कुंडापुरा गांव, कर्नाटक
कद 1.55 मी॰ (5 फीट 1 इंच)
वजन 56 कि॰ग्राम (123 पौंड) (2018)
शिक्षा एसडीएम कॉलेज, उजीरे
नागरिकता भारतीय
धर्म हिंदू
पेशा खिलाड़ी
खेल वेट लिफ्टिंग
वर्ग 56 व 59 किलोग्राम
रंग सांवला
आँखों का कलर काला
कुल मैडल Gold Medal (स्वर्ण पदक) 1
Silver Medal (रजत पदक) 2
Bronze medal (कांस्य पदक) 1
कोच राजेंद्र प्रसाद
Gururaj poojari
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गुरुराजा पुजारी का जन्म एवं परिवार 

गुरुराजा पुजारी जो पी॰ गुरुराजा के नाम से भी जाने जाते हैं, एक भारतीय भारोत्तोलक हैं। गुरुराजा पुजारी का जन्म 15 अगस्त 1992 को कर्नाटक के उडीपी जिले के कुंडापुरा गांव में हुआ था। गुरुराजा पुजारी बेहद ही गरीब परिवार से है। गुरुराजा पुजारी के पिता का नाम महाबाला पुजारी है। जो कि एक ट्रक ड्राइवर है। इनके परिवार में कुल आठ सदस्य है। गुरुराजा के पांच भाई है, जिसमे सबसे छोटे गुरुराजा है। इनका जीवन भी संघर्षों से भरा रहा। लेकिन खेल के प्रति लगन के कारण गुरुराजा ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

गुरुराजा पुजारी की शिक्षा 

गुरुराजा पुजारी कर्नाटक के उडीपी जिले के कुंडापुरा गांव के रहने वाले गुरुराजा पुजारी अपने पांचों भाईयो में सबसे छोटे है। ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई मेरठ से ही की है। वेट लिफ्टिंग खिलाड़ी गुरुराजा पुजारी ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई कर्नाटक से ही की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्होंने ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई के बाद कर्नाटक के उजीरे में एसडीएम कॉलेज में अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई को पूरा किया।

गुरुराजा पुजारी के कोच 

वेट लिफ्टिंग खिलाड़ी गुरुराजा पुजारी पहलवान सुशील कुमार से बहुत प्रभावित थे। उनको ही देख गुरुराजा ने रेसलिंग से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। लेकिन कोच राजेंद्र प्रसाद ने गुरुराजा में वेटलिफ्टिंग के हुनूर को पहचान लिया था। इसलिए उन्होंने गुरुराजा को वेटलिफ्टिंग करने को कहा और यही से इनकी वेटलिफ्टिंग का करियर प्रारंभ हो जाता है।

गुरुराजा पूजारी कॉमनवेल्थ गेम 2022 (Gururaja Poojary Commonwealth 2022)

गुरुराजा पुजारी ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 30 जुलाई 2022 को हुए मुकाबले में मेंस 61 किलोग्राम कैटेगरी में कुल 269 किलो का वजन उठाकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है। ट्रक ड्राइवर के बेटे गुरुराजा पुजारी का नाम आपने शायद ही कभी सुना होगा जिसने भारत को 2018 में हुए गोल्ड कोस्ट के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का पहला मेडल दिलाया था। 

गुरुराजा पुजारी रिकार्ड्स (Gururaja Poojary Records)

  • साल 2016 में गुरुराजा पुजारी ने अपने करियर के सबसे पहले कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में ही गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा कर दिखाया। यह चैंपियनशिप तब 59 किलोग्राम भार वर्ग का था।
  • साल 2017 में हुए गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में 56 किलोग्राम भार वर्ग में गुरुराजा की किस्मत बेहद खराब रही और चोट से उबरने के बाद प्रैक्टिस की कमी के कारण इन्हे ब्रोंज मैडल से ही संतुष्ट करना पड़ा।
  • साल 2018 में ये कामनवेल्थ गेम्स के लिए वेटलिफ्टिंग 56 किलोग्राम भर वर्ग के लिए चुने गए और इसमें भी गुरुराज का प्रदर्शन काफी अच्छा था लेकिन इसमें भी इनको सिल्वर मेडल से ही संतुष्ट होना पड़ा।
  • साल 2021 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में 61 किलोग्राम भार वर्ग में गुरुराजा पुजारी ने सिल्वर मेडल जीता था। इस कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल मैडल अपने नाम करने से यह महज 8 किलोग्राम ही दूर रह गए थे।

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