पलक कोहली जीवन परिचय | Para Badminton Athlete Palak Kohli Biography In Hindi
टोक्यो पैरालंपिक में भारत की 19 वर्षीय पलक कोहली से देश को पदक की उम्मीद है। पलक खेलों में तीन कैटेगरी में क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। पलक ने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के बलबूते पैरालंपिक में जगह बनाई है। इस खिलाड़ी के जोश, जुनून और जज्बे को सलाम है। पलक बचपन से बाएं हाथ से दिव्यांग थी। मगर जीवन में कभी हार नहीं मानी। विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर मौजूद पलक का सपना है पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतना।
पलक का कहना है, ‘अगर कोई मुझे पहली बार देखता है तो सबसे पहले यही पूछता है कि तुम्हारे हाथ को क्या हुआ? मैं उसे यही कहती हूं कि बचपन से है। जब मैं बच्ची थी तब मैं ये नहीं समझती थी कि ‘बचपन से ही है’ का मतलब नहीं समझती थी। मगर मैं दुनिया को बताना चाहती हूं कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं किसी भी खेल को अपना प्रोफेशन बनाऊंगी। जहां भी जाती थी सब यही कहते थे कि खेल तुम्हारे वश की नहीं है। मगर मैंने उस चीज को कभी जेहन में नहीं रखा और खेलना शुरू कर दिया।’ बता दें कि पलक ने अपनी 18 साल की जिंदगी में कई उतार चढ़ाव देखे लेकिन उन्होंने खेल से समझौता नहीं किया। बस खेलती गईं और आज पूरे देश की निगाहें टोक्यो पैरालंपिक में पलक पर टिकी हैं।
पैरा-बैडमिंटन प्लेयर पलक कोहली की जीवनी | Palak Kohli Biography In Hindi
नाम | पलक कोहली |
उपनाम | पलक |
जन्म | 12 अगस्त 2002 |
उम्र | 19 साल, (2021 तक) |
जन्म स्थान | जालंधर, पंजाब |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | जालंधर, पंजाब |
खेल | पैरा-बैडमिंटन |
कोच | गौरव खन्ना |
पैरा-बैडमिंटन प्लेयर पलक कोहली करियर | Palak Kohli Career
अपने शुरुआती करियर में चार अंतरराष्ट्रीय पदकों के साथ, एथलीट पलक कोहली ने पहले ही अपने साथियों के बीच अपनी जगह बना ली। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन महिला युगल विश्व रैंकिंग में नंबर 5 पर, वह और उसकी साथी पारुल परमार, टोक्यो 2020 पैरालंपिक क्वालीफाइंग कट के अंदर हैं। दोनों ने पिछले साल युगांडा पैरा इंटरनेशनल टूर्नामेंट में महिला युगल का खिताब जीता, दो टूर्नामेंटों में से एक में पेरू पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल में रजत लेने से पहले, उन्होंने 2020 में प्रतिस्पर्धा की।
अप्रैल 2021 में, उसने (और मानसी जोशी) दोनों ने दुबई में विश्व पैरा-बैडमिंटन प्रतियोगिता में अपने-अपने एकल (singles) वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया। SU3 फाइनल में उन्हें मेगन हॉलैंडर ने हराया था।
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