Pawan Khera Biography In Hindi, Wiki, Age, Family, Father, Education, Career, Birthplace, Wife, Networth
नमस्कार दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस पार्टी के नेता पवन खेड़ा के जीवन के बारे में अगर आपको इनके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी है तो आप हमारे इस पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़ियेगा |
Pawan Khera Biography In Hindi | पवन खेरा का जीवन परिचय
पूरा नाम | पवन खेड़ा |
जन्म स्थान | दिल्ली, इंडिया |
जन्म तिथि | 31 जुलाई 1968 |
उम्र | 55 वर्ष |
पेशा | राजनीतिज्ञ |
धर्म | हिन्दु |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
नेटवर्थ | ज्ञात नहीं |
राशि का नाम | ज्ञात नहीं |
हाइट | 5’फिट 8 इंच |
पवन खेड़ा का जन्म एवं प्रारम्भिक जीवन
पवन खेड़ा का जन्म 31 जुलाई 1968 को हुआ था और 2021 तक वह 53 साल के हो चुके हैं। दिल्ली उनका गृहनगर है। खेरा दिल्ली के मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव थे। वह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। Khera एक संवेदनशील व्यक्ति हैं, जो एक अच्छे दोस्त हैं।
वह उत्साही और देशभक्त होने के कारण एक अच्छा नागरिक है। वह एक शानदार पिता साबित होंगे। पवन अपने माता-पिता की इच्छा के अनुसार ही व्यवहार करेगा। वह कांग्रेस में एक प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। पवन ने 21 वर्ष की आयु में एक युवा नेता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया।
कौन हैं पवन खेड़ा पवन खेड़ा कांग्रेस के वर्तमान समय में प्रवक्ता है और उन्होंने पिछले कुछ समय में टीवी डिबेल में भाजपा पर आक्रामक रुख अपनाते हुए कांग्रेस के पक्ष को मजबूती से रखा है। खेड़ा अपने विवादित बयानों के कारण भी कई बार सुर्खियां बन चुके हैं। वन लाइनर्स, चुटीले टांस से भरे बयान देकर वो भाजपा पर हमेशा तीखा हमला बोलते रहते हैं। उन्होंने इन्हीं कारणों से कांग्रेस के कद्दावर नेता बन चुके हैं।
पवन खेड़ा का करियर
दिल्ली में 31 जुलाई 1968 को जन्में पवन कांग्रेस पार्टी से यंग उम्र में ही जुड गए थे। 1989 में कांग्रेस ज्वाइन की लेकिन राजीव गांधी की हत्या के बाद 1091 में पवन खेड़ा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। 1998 में पवन कांग्रेस फिर से ज्वाइन कर ली और दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के राजनीतिक सचिव बनाया । 2013 तक बने रहे। इसके बाद 2015 से से टीवी डिबेट में प्रमुखता से कांग्रेस का पक्ष रखत रहे और 2019 लोकसभा चुनाव के समय पवन खेड़ा कांग्रेस चुनाव समिति के संयोजक बनाए गए थे। इस चुनाव के बाद पवन कांग्रेस के प्रवक्ता के तौर पर अपने बयानों के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं।