RCB vs GT: 1 अप्रैल 2025 को बेंगलुरु के एम. चिनास्वामी स्टेडियम में खेले गए IPL 2025 के 14वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को गुजरात टाइटंस (GT) के हाथों 8 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 169/8 का स्कोर बनाया, जिसे GT ने जोस बटलर (73*) और साई सुधरशान (49) की शानदार पारियों की बदौलत 17.5 ओवर में ही हासिल कर लिया। यह RCB का इस सीजन का पहला घरेलू मैच था, और फैंस को उम्मीद थी कि टीम जीत की हैट्रिक लगाएगी। लेकिन कई कमियों के कारण RCB को अपने ही मैदान पर शिकस्त झेलनी पड़ी। इस ब्लॉग में हम उन प्रमुख कारणों का विश्लेषण करेंगे जिनकी वजह से RCB यह मैच हार गई।

1. पावरप्ले में बल्लेबाजी का पतन
RCB की हार का सबसे बड़ा कारण पावरप्ले में उनकी बल्लेबाजी का पूरी तरह ढह जाना रहा। पहले 6 ओवर में टीम ने 3 बड़े विकेट गंवा दिए, जिसने उनकी पारी को शुरुआत से ही दबाव में डाल दिया:
- विराट कोहली (7): अर्शद खान ने उन्हें जल्दी आउट कर RCB को पहला झटका दिया।
- फिल सॉल्ट (14): मोहम्मद सिराज ने उन्हें बोल्ड कर पावरप्ले में दूसरा वार किया।
- देवदत्त पडिक्कल (0): सिराज ने लगातार गेंदों पर पडिक्कल को आउट कर RCB को बैकफुट पर धकेल दिया।
पावरप्ले में RCB का स्कोर 35/3 था, जो चिनास्वामी जैसे बल्लेबाजी के अनुकूल मैदान पर बेहद कम था। इस शुरुआती नुकसान ने टीम को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया।
2. मध्य ओवरों में मोमेंटम की कमी
पावरप्ले के बाद RCB को मध्य ओवरों में स्थिरता की जरूरत थी, लेकिन यहाँ भी वे नाकाम रहे। कप्तान राजत पाटीदार (11) और जितेश शर्मा (20) जैसे बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल सके। लियाम लिविंगस्टोन (54) ने जरूर अर्धशतक लगाया, लेकिन उनकी पारी धीमी रही (40 गेंदों में), जिससे रन रेट बढ़ाने में मुश्किल हुई। मध्य ओवरों में GT के स्पिनरों, खासकर आर साई किशोर (2 विकेट), ने कसी हुई गेंदबाजी की और RCB को दबाव में रखा। इस दौरान पार्टनरशिप की कमी और आक्रामकता का अभाव RCB की हार का एक बड़ा कारण बना।
3. ड्रॉप कैच और खराब फील्डिंग
RCB की फील्डिंग इस मैच में बेहद निराशाजनक रही। GT के बल्लेबाजों ने कई मौकों पर कैच छोड़े गए, जिसका टीम को भारी नुकसान उठाना पड़ा:
- जोस बटलर का ड्रॉप कैच: बटलर को शुरुआती ओवरों में जीवनदान मिला, और उन्होंने इसका फायदा उठाते हुए नाबाद 73 रन बनाए।
- साई सुधरशान का मौका: सुधरशान को भी एक आसान कैच छोड़ने का मौका मिला, जिसके बाद उन्होंने 49 रन बनाकर GT को जीत की राह पर डाला।
इन गलतियों ने GT को आसान रन दिए और RCB के गेंदबाजों पर दबाव बढ़ाया। कप्तान राजत पाटीदार ने भी बाद में माना कि फील्डिंग में सुधार की जरूरत है।
4. गेंदबाजी में शुरुआती सफलता का अभाव
170 रनों के लक्ष्य का बचाव करने के लिए RCB को शुरुआती विकेट चाहिए थे, लेकिन उनकी गेंदबाजी इकाई नाकाम रही। भुवनेश्वर कुमार ने शुभमन गिल (14) को आउट किया, लेकिन इसके बाद जोश हेज़लवुड और यश दयाल जैसे गेंदबाज GT के बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना सके। जोस बटलर और साई सुधरशान ने 75 रनों की साझेदारी कर खेल को RCB की पहुंच से दूर कर दिया। मध्य ओवरों में राशिद खान जैसे स्टार स्पिनर को रोकने में नाकामी ने भी RCB की हार को पक्का कर दिया।
5. रणनीति और स्कोर का गलत आकलन
RCB ने इस पिच पर 190-200 का स्कोर टारगेट करना चाहिए था, जैसा कि कप्तान पाटीदार ने बाद में स्वीकार किया। लेकिन उनकी बल्लेबाजी रणनीति में आक्रामकता की कमी दिखी। टिम डेविड (24) ने आखिरी ओवर में कुछ बड़े शॉट्स खेले, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके अलावा, गेंदबाजी में बदलाव और फील्ड प्लेसमेंट में भी चूक हुई। GT ने पिच की स्थिति का बेहतर इस्तेमाल किया और अपनी रणनीति को सही ढंग से लागू किया, जिससे RCB पिछड़ गई।
निष्कर्ष (Conclusion)
RCB की हार के पीछे कई कमियाँ जिम्मेदार रहीं:
- पावरप्ले में जल्दी विकेट गंवाना: शुरुआती झटकों ने पारी को कमजोर किया।
- मध्य ओवरों में धीमी बल्लेबाजी: रन रेट बढ़ाने में नाकामी।
- खराब फील्डिंग: ड्रॉप कैच ने GT को फायदा पहुंचाया।
- गेंदबाजी में असरहीनता: शुरुआती सफलता न मिलना।
- रणनीति में चूक: स्कोर और रणनीति का गलत आकलन।
यह हार RCB के लिए एक सबक है कि उन्हें अपनी कमियों को जल्द सुधारना होगा। अगले मैचों में टीम को बल्लेबाजी में आक्रामकता, फील्डिंग में सुधार और गेंदबाजी में रणनीति पर काम करना होगा। आप क्या सोचते हैं—RCB इन गलतियों से उबर पाएगी? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं और इस ब्लॉग को शेयर करें ताकि IPL का रोमांच हर फैन तक पहुंचे!