संयोगिता चौहान का जीवन परिचय, संयोगिता कौन थी, मृत्यु, जन्म, पिता , प्रेम कथा, इतिहास, स्वयंवर (Sanyogita Chauhan Biography in Hindi) Death History, Father, Movie)
हम सभी ने इतिहास के पन्नों पर बहुत सी प्रेम कथाओं के बारे में सुना है और पढ़ा भी है। और हम सब के जेहन में बहुत से नाम आएंगे जिसमे से कुछ हैं हीर रांझा, रोमियो जूलिएट और शिरीद फरान इत्यादि लेकिन इन सभी प्रेम कहानियों के अलावा भी कुछ ऐसी प्रेम कहानियां है जो हमारे सामने नहीं आई है। और इन्हीं कहानियों में एक है वो है हमारे भारत की शान राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता का।
इसी याद को ताजा करने के लिए आइए जानते हैं की संयोगता कौन थी जिसके लिए सम्राट ने अजमेर से कोसों दूर कन्नौज की यात्रा की थी। तारागढ़ और अजमेर में आज भी इन दोनों की बातें होती हैं।
Sanyogita Chauhan Biography in Hindi | संयोगिता चौहान का जीवन परिचय
पूरा नाम | संयोगिता चौहान |
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जन्म स्थान | कन्नौज |
राजवंश | चौहान वंश |
पिता का नाम | जयचंद चौहान |
पति का नाम | पृथ्वीराज चौहान |
मृत्यु | संयोगिता चौहान की मृत्यु नहीं हुई बल्कि वह सती हुई |
धर्म | हिन्दू |
विवाह | 12 वी सदी |
रानी संयोगिता का जन्म कन्नौज में हुआ था। उनके पिता का नाम जयचंद था। संयोगिता चौहान वंश की वीर राजकुमारी थी। पृथ्वीराजरासो काव्य के संयोगितास्वयंवर में रानी संयोगिता का उल्लेख किया गया है! काव्य में यह बात स्पष्ट किया गया है कि संयोगिता पूर्व जन्म में रम्भा नामक अप्सरा थी जिन्हें कसी ऋषि के श्राप के कारण धरती पर जन्म लेना पड़ा था। उन्हें तिलोत्तमा, कान्तिमती, संजुक्ता जैसे नामों से पुकारा जाता है।
संयोगिता और पृथ्वीराज की प्रेम की शुरूआत (Sanyogita and Prithviraj Chauhan Love Story)
संयोगता और पृथ्वीराज चौहान की प्रेम की शुरूआत तब हुई जब वो दिल्ली के युवराज बने। वहीं से उनकी प्रेम की शुरूआत हुई। उन्होंने जब सुना की दिल्ली के लिए किसी युवराज को चुना है और वो देखने में काफी सुंदर है, तो वो उनकी तस्वीर देखे बिना नहीं रह पाई और जब उन्होंने वो देखी तभी वो उन्हें अपना दिल दे बैठी। लेकिन दोनों का मिलना इतना आसान नहीं था। क्योंकि महाराजा जयचंद जो की संयोगिता के पिता थे, उनकी पृथ्वीराज चौहान से कट्टर दुश्मनी थी और वो अपनी बेटी उनको नहीं देना चाहते थे।
पर आपने यह बात तो सुनी होगी किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाहते हैं वह चीज आखिरकार हमें मिल ही जाती है। और ऐसा ही कुछ रानी संयोगिता के साथ भी हुआ।
पृथ्वीराज चौहान को देखने के बाद संयोगिता के दिमाग में ख्याल आया। उन्होंने चित्रकार पन्नाराय को अपने समक्ष में लाकर अपनी एक सुंदर चित्र बनाने की बात कही और उस चित्र को पृथ्वीराज चौहान के सामने पेश करने की बात कही।
चित्रकार पन्नाराय ने संयोगिता के कहे अनुसार उनकी बहुत ही सुंदर चित्र बनाएं और उसे पृथ्वीराज चौहान के सामने प्रस्तुत किया। राजकुमारी संयोगिता को देखने के बाद पृथ्वीराज चौहान का हाल भी कुछ ऐसा ही हुआ जैसे उन्हें देखकर संयोगिता का हुआ था। और पृथ्वीराज चौहान की राजकुमारी संयोगिता से प्रेम करने लगे।
पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता की प्रेम कहानी में बाधा
जब पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता के प्रेम कथा के बारे में संयोगिता के पिता जयचंद को पता चला तब उन्होंने अपनी पुत्री का विवाह किसी और राजा से करने का मन बना लिया। उन्होंने अपनी पुत्री संयोगिता को साफ साफ कह दिया कि उनकी शादी पृथ्वीराज से नहीं हो सकती हैं क्योंकि पृथ्वीराज चौहान से उनकी कट्टर दुश्मनी थी।
और फिर अपनी पुत्री के विवाह का निश्चय करने के बाद राजा जयचंद ने अश्वमेध यज्ञ किया और यज्ञ संपन्न हो जाने के बाद उन्होंने अपनी पुत्री के स्वयंबर की घोषणा कर दी।
राजकुमारी संयोगिता का स्वयंवर
अपनी पुत्री संयोगिता का स्वयंवर करने के लिए राजा जयचंद ने सभी बड़े-बड़े राजाओं को स्वयंवर में आमंत्रित किया लेकिन उन्होंने पृथ्वीराज चौहान को स्वयंवर का निमंत्रण नहीं भेजा था।
पृथ्वीराज चौहान के इस अपमान के बाद भी जयचंद नहीं रुके उन्होंने पृथ्वीराज की लोहे की एक मूर्ति बनाई और उन्हें द्वारपाल के स्थान पर रख दिया। राजकुमारी संयोगिता को इस बात की खबर नहीं थी कि पृथ्वीराज चौहान को उनके स्वयंवर में आमंत्रित नहीं किया गया है।
इसीलिए जब वह माला डालने के लिए दरबार में पहुंची तो उन्हें पृथ्वीराज चौहान कहीं नहीं दिखे जिसके बाद वह द्वारपाल के स्थान पर खड़े लोहे की मूर्ति पर माला डालने के लिए चली गई लेकिन उसी समय पृथ्वीराज चौहान महल में प्रवेश कर रहे थे जिससे संयोगिता ने मूर्ति को माला ना पहना कर पृथ्वीराज को माला पहना दिया।
इस दृश्य को देखकर राजा जयचंद आग बबूला हो गए और वो संयोगिता की हत्या करने के लिए आगे बढ़े लेकिन तब सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने संयोगिता का हाथ पकड़ा और उन्हें अपने घोड़े पर बैठा कर उन्हें अपने साथ दिल्ली लेकर चले गए।
संयोगिता और पृथ्वीराज चौहान की प्रेम कथा का अंत
रानी संयोगिता और सम्राट पृथ्वीराज चौहान के विवाह के पश्चात संयोगिता के पिता जयचंद पृथ्वीराज चौहान के सबसे बड़े दुश्मन मोहम्मद गोरी के साथ मिल गए। उन्होंने अपनी पूरी सेना मोहम्मद गोरी को दे दी जिसके बाद मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान पर आक्रमण किया और उन्हें अपना बंदी बना लिया।
रानी संयोगिता की कैसे हुई मृत्यु (Sanyogita Death History)
रानी संयोगिता की मृत्यृ नहीं हुई बल्कि वो सती हुई। ऐसा माना जाता है कि, पुराने जमाने में पति की मृत्यृ के बाद पत्नी का कोई अस्तीत्व नहीं रह जाता और इससे पहले उन्हें कोई मुगल राजा उठाकर ले जाए वो उससे पहले ही सती हो जाती है। कुछ इसी तरह का कार्य किया संयोगिता ने और अपनी इच्छा से देह त्याग दिया।
पृथ्वीराज चौहान की मूवी रिलीज़ डेट (Prithviraj Chauhan Movie Release Date 2022)
पृथ्वीराज चौहान मूवी एक बड़े बजट की मूवी है, पृथ्वीराज चौहान के जीवन की कहानी बताई गई है. इस फिल्म में अक्षय कुमार पृथ्वीराज चौहान के किरदार में नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार के अलावा इस फिल्म में मिस इंडिया रही मानुषी चिल्लर, संजय दत्त और सोनू सूद भी नज़र आने वाले हैं. मानुषी चिल्लर संयोगिता के किरदार में, सोनू सूद चंदबरदाई के किरदार में और संजय दत्त काका कान्हा के किरदार में नज़र आने वाले हैं. काका कान्हा पृथ्वीराज चौहान के चाचा थे. यह फिल्म पर का ट्रेलर पिछले साल नवंबर महीने में रिलीज़ किया गया था. उस समय इस फिल्म की रिलीज़ डेट 21 जनवरी घोषित की गई थी. इसके बाद बोर्ड द्वारा इस फिल्म की रिलीज़ डेट बदलकर 1 अप्रैल कर दी गई. किन्तु अब सुनने में आ रहा है कि यह फिल्म अब 1 अप्रैल को भी रिलीज़ नहीं होगी. यह फिल्म अब 3 जून 2022 को रिलीज़ होगी.
यहाँ देखे पृथ्वीराज मूवी का ट्रैलर